दुनिया में हज़ारों प्रेम कहानियाँ लिखी गई। प्रेम, कभी मनुष्य से देवता तक तो कभी काम से वासना तक। प्रेम कभी अम्बर तक तो प्रेम कभी धारती के आखरी तल तक।
कभी मनुष्य के हृदय में तो कभी उफ़क़ के पार लिखा गया। प्रेम को कुछ लोगों ने अंधकार लिखा तो अधिकतर प्रेमियों ने एक रौशनी, जीवन का सार, आगे बढ़ने की संभावना और कोशिश लिखा। प्रेम कभी मृत्यु से मिलन का कारण बना तो कभी नए जीवन का आगाज़। प्रेम सत्य को परिभाषित किया तो लोगों ने इसे अभिशापित भी किया।
प्रेम में पड़े लोग हमेशा अपनी प्रेमिकाओं की आँखों को समुन्द्र और होंठो को मधुशाला लिखा।
---
बिहार के सीवान जिले के जमाल हाता गाँव में पैदा हुए। पहले घर पर और गाँव के मदरसे में पढ़ाई शुरू हुई जिससे ऊर्दू सीखा और फिर प्राथमिक और उच्च विद्यालय की पढ़ाई हुई। बचपन से ही स्थानीय भाषा भोजपुरी सीखी।
इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन के लिए भोपाल में चार साल रहें।
अहमद कहते हैं कि "जीवन एक दरिया की तरह है और हम सभी एक नाव पर हैं जहाँ कोई भी पतवार नहीं है लेकिन पतवार बनाने के लिए ज्ञान का भण्डार यहाँ अवश्य उपलब्ध है।
हम उससे अपनी नाव खेने का पतवार बना सकते हैं लेकिन खेवय्या प्रकृति ही होगी। हमारी इस जीवन के दरिया का किनारा मृत्यु है।" आज कल दिल वालों की दिल्ली में निवास स्थल बनाएँ हुए हैं।
top of page
SKU: RM456852
₹179.00Price
bottom of page