कविताएं अपने अंदर की आवाज का एक रूप होती हैं जब कुछ समझ में नहीं आता है तो कविताओं को पढ़ना अच्छा लगता है। शायद इसलिए वे आपके मन की स्थिति को महसूस करती हैं। भले ही आप पूर्ण रूप से कविताओं में घुलने में सक्षम न हों लेकिन कविता की एक एक पंक्ति यह एहसास दिला देती है कि यह पंक्ति केवल और केवल आप के लिए ही लिखी गई है। जैसे की ( तख्ती चरमराती है बल्ली टूटी है अनेक छेदों से पानी भीतर आता है फिर भी समंदर पर करने की कोशिश करता है टूटा जहाज किस बात से बेखबर रहता है? प्रेम मंथन करता है। ) ऐसा ही प्रेम मंथन आपको इस काव्य संग्रह में मिलेगा। मुझे इस बात पर विश्वास है। यदि आपने एक बार पढ़ना शुरू किया तो आप पूरी पढ़ के ही मानेंगे।
Prem Manthan Karta Hai
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