जीवन के विभिन्न उतार -चढाव , सामाजिक और पीढ़ीगत विषमताओं को गहरी संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत करती है यह पुस्तक --चिर-निर्वासित। नारी मन की कोमल भावनाओं के साथ साथ अमृता की कविताएं उसकी दृढ़ता और मन की शक्ति को भी रेखांकित करती हैं। अंतर्मुखी मन भी कहीं तो अभिव्यक्ति चाहता है।मौन की वाणी है- कविता.....।कला की देवी सरस्वती की प्रेरणा से रचित रचनाओं को अपने तक ही रखना अपराध होगा इसी विचार ने बंद डायरी में कैद कविताओं को पुस्तक रूप में प्रकाशन तक पहुंचाया है।
Chir-Nirvasit
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