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जीवन की इस राह पर चलते हुए कभी दर्द सहने पड़ते हैं तो कभी मुस्कुराहटें चेहरे को सजाती हैं। कभी भीड़ में भी अकेला महसूस होता है तो कभी अकेला होने के बावजूद भी सम्पूर्णता का एहसास होता है।

लेकिन जो अपने होते हैं वो हमेशा हमारे साथ खड़े होते हैं बेशक हम उनको देख ना सकते हों। मैं इन राहों पर निरंतर चलता जा रहा हूँ। ये राहें मुझे कहाँ ले जाएगी मैं इसपर विचार नहीं करता क्योंकि ब्रह्मांड की असीम शक्ति मेरे परमेश्वर मेरे साथ हैं।

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